पीएम मोदी बोले- सदन तीर्थक्षेत्र, जहां खुले मन से संवाद हो, जरूरत पड़े तो आलोचना भी हो
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Aaj Tak
संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सभी से सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा, हम सदन को संवाद का एक सक्षम माध्यम मानते हैं, तीर्थक्षेत्र मानते हैं, जहां खुले मन से संवाद होना चाहिए। जरूरत पड़े तो वाद-विवाद हो, आलोचना हो, उचित विश्लेषण के आधार पर चर्चा हो ताकि ताकि नीतियों में सकारात्मक योगदान हो सके।