आत्महत्या का ख्याल आने पर केवल 15 प्रतिशत छात्रों ने ली है मदद, सर्वे में खुलासा
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आत्महत्या को लेकर अब भी छात्र पूरी तरह जागरूक नहीं है। ऐसे बुरे ख्याल आने पर केवल 15 प्रतिशत छात्र ही पेशेवर मदद ले पाते हैं, जबकि 69 प्रतिशत आत्महत्या के संकेतों को पहचान नहीं सकते। यह खुलासा आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट के तहत मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पहल 'एमपावर' के सर्वेक्षण में हुआ। सर्वेक्षण दिल्ली के इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज और आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज सहित 30 कॉलेजों में हुआ, जहां छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंताजनक जानकारी सामने आई।