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विदेश मंत्री बोले- औपनिवेशिक काल में दबाई गई भाषाएं वैश्विक मंच पर उभर रहीं

Kapil Chauhan

News Editor
Image Credit: Shortpedia

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि पश्चिमीकरण को ही प्रगति का मानक मानने वाला युग पीछे छूट गया है। अब कई ऐसी भाषाएं-परंपराएं वैश्विक मंच पर उभर रही हैं, जो औपनिवेशिक युग के दौरान दबाई गई थीं। उन्होंने जोर दिया कि वैश्वीकरण का मतलब एकरूपता से नहीं, बल्कि हमारी दुनिया की विविधता को समझने और स्वीकार करने से है। यही एक लोकतांत्रिक विश्व व्यवस्था का वास्तविक अर्थ भी है।