लिव-इन रिलेशन से पहले वैवाहिक स्थिति और बच्चों का बताना, धोखा नहीं; कलकत्ता हाईकोर्ट की अहम टिप्पणी
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Shortpedia
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि अगर किसी व्यक्ति ने लिव-इन रिलेशनशिप में आने से पहले अपने साथी को अपनी वैवाहिक स्थिति और बच्चों का खुलासा किया है, तो यह धोखाधड़ी नहीं होगी। यह फैसला एक निचली अदालत के उस आदेश को पलट देता है जिसमें एक व्यक्ति पर 11 महीने के अपने लिव-इन पार्टनर के साथ संबंध तोड़ने के लिए 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था।