जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी को बचाने के लिए जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज ने त्यागे प्राण
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: dainik bhaskar
झारखंड के जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी को टूरिस्ट प्लेस बनाए जाने का विरोध कर रहे जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज ने जयपुर में प्राण त्याग दिए। 72 साल के सुज्ञेयसागर झारखंड सरकार के फैसले के खिलाफ पिछले 10 दिन से आमरण अनशन पर थे। इस पुण्य क्षेत्र में जैन धर्म के 24 में से 20 तीर्थंकरों ने मोक्ष प्राप्ति किया। यहां 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ ने भी निर्वाण प्राप्त किया था।