'स्टेमसेल ट्रांसप्लांट' के जरिये पहली बार किसी संक्रमित महिला ने एचआईवी को दी मात
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Shortpedia
अमेरिकी डॉक्टर्स ने पहली बार एचआईवी संक्रमित महिला का 'स्टेमसेल ट्रांसप्लांट' के जरिये उपचार कर उसे वायरस मुक्त किया। स्टेमसेल ऐसे व्यक्ति से लिए गए थे, जिसके अंदर एचआईवी वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता थी। इससे पहले दो ऐसे मामले रहे जब एचआईवी मरीज ठीक हुए। उनमें से एक मामला श्वेत पुरुष का था। जबकि, दूसरा दक्षिण अमेरिकी मूल के पुरुष का। इन दोनों का भी स्टेमसेल ट्रांसप्लांट हुआ था।