म्यांमार में तख्तापलट से पहले ही कैरन समुदाय पर हो रहे थे अत्याचार, 8,000 लोग पलायन को हुए मजबूर
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Shortpedia
म्यांमार में 1 फरवरी को तख्तापलट से पहले ही सेना ने दक्षिण-पूर्वी इलाके में लोगों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। दावा सहायता समूहों ने किया। पूरे घटनाक्रम में सर्वाधिक अत्याचार देश के दक्षिण-पूर्वी दूर-दराज क्षेत्रों में बसे जातीय समुदाय कैरन पर हुआ जिसके कारण समुदाय के करीब 8,000 लोग घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।