पिता के थिएटर में एक रुपया प्रतिमाह की सैलरी पर झाड़ू लगाते थे शोमैन राज कपूर
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: The print
शोमैन राज कपूर आज अगर जिंदा होते तो अपना 98वां जन्मदिन मना रहे होते। उन्होंने एक्टिंग, डायरेक्शन और लेखन तक किया। शुरू में अपने पिता के थिएटर में झाड़ू लगाते इसके लिए उन्हें एक रुपया प्रतिमाह मिलता था। केदार शर्मा ने उन्हें 'नीलकमल' से हीरो बनाया। उन्होंने 1935 में फिल्म 'इंकलाब' से बतौर बाल कलाकार करियर की शुरुआत की थी। 2 जून 1988 को नई दिल्ली में उनका निधन हुआ।