आरबीआई महंगाई कम करने को प्रयासरत, देश की जीडीपी में आएगा सुधार: शक्तिकांत दास
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Money control
अगस्त-सितंबर में मांग में रिकवरी दिखी। खाद्य महंगाई दर कम हुई। निवेश में सुधार हुआ। जुलाई-अगस्त में महंगाई दर कम रहेगी। 2021-22 में जीडीपी 9.5% रह सकती है। इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 7.9%, तीसरी तिमाही में 6.8% और चौथी तिमाही में 6.1% है। 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी 17.1% रह सकती है। सीपीआई मुद्रास्फीति 5.3% रह सकती है। पिछली बैठक में अनुमानित 5.7% थी