गुजरात सहित देश में 20 लाख लोगों को रोजगार देने वाले फाउंड्री उद्योग ने की उत्पादन क्षमता में 50% की कमी
Kapil Chauhan
News EditorImage Credit: Shortpedia
फाउंड्री उद्योग को ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग से संबंधित सभी उद्योगों की जननी माना जाता है। देश के फाउंड्री उद्योग को कोरोना के आगमन के बाद से देश और दुनिया में हुए परिवर्तनों से निपटने में मुश्किल हो रही है। इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन फाउंड्रीमेन के अनुसार, कई फाउंड्री इकाइयां फिलहाल 50% क्षमता पर काम कर रही हैं। दरअसल, फाउंड्री एक कारखाना होता है जो धातु की ढलाई का उत्पादन करता है।