पॉर्न देखना बना धरती के लिए बड़ा खतरा- रिपोर्ट
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ऑनलाइन पॉर्नोग्राफी की स्ट्रीमिंग से यूरोप के देश बेल्जियम के बराबर CO2 प्रोड्यूस हो रहा है। यानी, बेल्जियम जितना CO2 प्रोड्यूस कर रहा है, उतना ही CO2 ऑनलाइन पॉर्नोग्राफी की स्ट्रीमिंग से निकल रही है। यह बात फ्रांस के थिंक टैंक द शिफ्ट प्रोजेक्ट की हालिया रिपोर्ट में कही गई। डिजिटल टेक्नॉलजी ग्रीन हाउस गैस एमिशन का 4% पैदा करता है। यह आंकड़ा साल 2025 तक बढ़कर 8% हो जाएगा।