संपर्क की उम्मीदें टूटी, चांद पर तापमान में गिरावट, विक्रम लैंडर का बचना असंभव
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इसरो और नासा दोनों ही विक्रम लैंडर से संपर्क में जुटे थे, लेकिन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अंधेरी रात होते ही विक्रम से संपर्क की आस टूटी। 1471 किलो वजनी लैंडर में 27 किलो वजनी प्रज्ञान रोवर भी है और चांद के माइनस 183 डिग्री सेल्सियस तापमान में लैंडर के इलेक्ट्रॉनिक हिस्से खराब होने के पूरे-पूरे आसार हैं। बता दें अगर लैंडर में रेडियोआइसोटोप हीटर यूनिट होता तो वो खुद को बचा सकता था।