यूके में जन्मा "सुपर बेबी", 3 लोगों का डीएनए होने से नहीं होगी आनुवांशिक बीमारी
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यूके में माइटोकॉन्ड्रियल डोनर ट्रीटमेंट से पहला "सुपर बेबी" पैदा हुआ। यह एक ऐसी तकनीक जो माता-पिता से 99.8% डीएनए और तीसरी महिला से 0.1% डीएनए का उपयोग करती है ताकि आनुवंशिक बीमारियों के संचरण को रोका जा सके। बता दें, बच्चे के पास उसके माता-पिता का परमाणु डीएनए और एक दाता का माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए होता है। माइटोकॉन्ड्रियल डोनर ट्रीटमेंट तकनीक का इस्तेमाल 2016 में अमेरिका में किया गया था।