जानिए चंद्रयान-2 के आखिरी पंद्रह मिनट की कहानी
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इसरो चीफ के. सिवन ने देश को जानकारी देते हुए कहा कि "चंद्रयान द्वारा भेजे गए रोवर से चाँद की सतह से 2.1 किमी पहले संपर्क टूट गया"मिशन की अनिश्चितताओं की वजह से इसरो चीफ ने निर्णायक पंद्रह मिनट को 'आतंक के पंद्रह मिनट' कहा था। हालाँकि चंद्रयान का ऑर्बिटर सुचारू रूप से काम कर रहा है और वह एक साल तक कार्यरत रहेगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने इसरो चीफ को गले लगाकर सांत्वना दी।