ड्रैगन कैप्सूल से बच सकती थी कल्पना चावला और उनके साथियों की जान
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ड्रैगन कैप्सूल में पृथ्वी से 100 किलोमीटर ऊपर मुश्किलें आती हैं। पृथ्वी की तरफ आने में घर्षण की वजह से तापमान करीब 1650 डिग्री सेल्सियस होता है। इसलिए अंतरिक्षयानों में हीडशील्ड मैटेरियल लगते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ था अंतरिक्षयान कोलंबिया में, लेकिन उस समय अगर हीडशील्ड मैटेरियल लगा होता तो शायद कल्पना चावला और उनकी टीम की जान बच जाती। ड्रैगन कैप्सूल एलन मस्क के वित्तीय-पोषण से बना है।