'चर्चा-परिचर्चा, वाद-विवाद से मजबूत होता है लोकतंत्र, देश को कमजोर करती है हिंसा'
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CAA के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को कमजोर करने का प्रयास करार दिया> बजट सत्र के शुभारंभ के मौके पर शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि- मेरी सरकार का स्पष्ट मत है कि पारस्परिक चर्चा-परिचर्चा तथा वाद-विवाद लोकतंत्र को और सशक्त बनाते हैं, वहीं विरोध के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा, समाज और देश को कमजोर करती है।