वाजे के साथ 100 करोड़ रुपये की वसूली रैकेट में शामिल थे अनिल देशमुख: ईडी का आरोप पत्र
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ईडी ने आरोप पत्र में कहा कि "अनिल देशमुख ने 1992 से अपने पद का गलत फायदा उठाया। उन्होंने अवैध रूप से बहुत पैसा कमाया। अवैध रूप से अर्जित धन का उपयोग 13 कंपनियों में किया गया था। उन्हें वाजे से लगातार जानकारी मिल रही थी और वे एक साथ मुंबई में विभिन्न बार, रेस्तरां और अन्य प्रतिष्ठानों से 100 करोड़ रुपये की वसूली के इस रैकेट में शामिल थे।"