'21वीं सदी के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए खर्च होंगे 100 लाख करोड़ से ज्यादा'
Image Credit: Shortpedia
राष्ट्रपति कोविन्द बोले- लोग स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें। इससे लघु उद्यमियों को मदद मिलेगी। मेट्रो 18 शहरों में पहुंची। 670 किलोमीटर मेट्रो लाइन चालू हैं और 930 किलोमीटर पर काम जारी है। देश में 21वीं सदी के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए अगले 5 वर्षों में 100 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे। मेक इन इंडिया के तहत वंदे भारत और तेजस एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भारत में बनीं और भी आधुनिक रेलगाड़ियां बनाई जा रही हैं।