1933 में जायदाद हड़पने के लिए झारखंड के इस राजपरिवार में की गई थी जैविक हथियार से हत्या
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घटना नवम्बर 1933 की है, जब विश्व मे प्लेग-महामारी फैली थी। तब झारखंड के पाकुड़ राजपरिवार के जमींदार प्रतापेंद्र चंद्र पांडेय के पुत्र बेनोयेंद्र चंद्र पांडेय ने जायदाद के लिए अपने सौतेले भाई अमरेंद्र चंद्र पांडेय पर हावड़ा में सुई द्वारा प्लेग जीवाणु का हमला करवाया था। जिसमें अमरेंद्र की मौत हो गई थी। जाँच में बेनोयेंद्र और उनके दोस्त तारानाथ को दोषी पाया गया और आजीवन-कारावास की सजा हुई।