उपन्यास ‘मीशा’ पर प्रतिबंध लगाने की याचिका खारिज
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मलयालम उपन्यास मीशा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था, उपन्यास में मंदिर जाने वाली महिलाओ को खराब दिखाया गया है और उपन्यास पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी. इस याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है. लेखक एस हरीश को उपन्यास के लिए दक्षिणपंथी लोगों से धमकी मिल रही थी, जिसके बाद उन्होेनें साप्ताहिक प्रकाशन से उपन्यास वापस ले लिया है. साप्ताहिक के संपादक ने इसे केरल के सांस्कृतिक इतिहास का सबसे काला दिन कहा है.