मनमोहन सिंह के बजट भाषण में थे रिकॉर्ड सबसे ज्यादा 18,650 शब्द
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बजट भाषण में कश्मीरी कविता पढ़ी गई- 'हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन।' बता दें समय के हिसाब से सबसे लंबा बजट भाषण निर्मला सीतारमण का था, जबकि शब्दों के हिसाब से सबसे लंबा बजट भाषण मनमोहन सिंह का था। उनके 1991 के बजट भाषण में 18,650 शब्द थे।